Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary [Punyatithi] |पढ़िए अटल बिहारी वाजपेयी की महान कविताएं

Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary [Punyatithi] पढ़िए अटल बिहारी वाजपेयी की महान कविताएं
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Atal Bihari Vajpayee Punyatithi [Hindi] | अटल की बहुमुखी प्रतिभा के धनि है, वे बहुत अच्छे कवी भी है, जो राजनीती पर भी अपनी कविता और व्यंग्य से सबको आश्चर्यचकित करते रहे है, उनकी बहुत ही रचनाएँ पब्लिश भी हुई है जिन्हें आज भी लोग पढ़ते है. अटल जी को अपनी मातृभाषा हिंदी से भी बेहद प्रेम है, अटल जी पहले राजनेता बने, जिन्होंने यू एन जनरल असेंबली में हिंदी में भाषण दिया था.

अटल जी पहली बार सिर्फ 13 दिन के लिए प्रधानमंत्री बने थे. इसके 1 साल के बाद वे फिर प्रधानमंत्री बने लेकिन इस बार भी उनका ये सफ़र एक साल का रहा. तीसरी बार अटल जी जब प्रधानमंत्री बने तब उनका कार्यकाल पूरा 5 साल का रहा और ये सबसे अधिक सफल माना गया.

अटल बिहारी वाजपेयी जीवनी  (Atal Bihari Vajpayee Biography in Hindi)

क्रमांकजीवन परिचय बिंदुअटल बिहारी जीवन परिचय
1.पूरा नामअटल बिहारी वाजपेयी
2.जन्म25 दिसम्बर 1924
2.मृत्यु16 अगस्त  2018
3.जन्म स्थानग्वालियर, मध्यप्रदेश
4.माता-पिताकृष्णा देवी, कृष्णा बिहारी वाजपेयी
5.विवाहनहीं हुआ
6.राजनैतिक पार्टीभारतीय जनता पार्टी
7.अवार्ड1992 – पद्म विभूषण
1994 – लोकमान्य तिलक अवार्ड
1994 – बेस्ट सांसद अवार्ड
1994 – पंडित गोविन्द वल्लभ पन्त अवार्ड
2014 – भारत रत्न

अटल बिहारी वाजपेयी राजनैतिक सफ़र (Atal Bihari Vajpayee Political Life)

Atal Bihari Vajpayee Punyatithi | अटल जी का राजनैतिक सफ़र स्वतंत्रता संग्रामी के रूप में शुरू हुआ. 1942 में भारत छोड़ो आन्दोलन में बाकि नेताओं के साथ उन्होंने भाग लिया और जेल भी गए, इसी दौरान उनकी मुलाकात भारतीय जनसंघ के लीडर श्यामा प्रसाद मुखर्जी से हुई. अटल जी ने मुखर्जी जी के साथ राजनीती के दाव पेंच सीखे. मुखर्जी जी का स्वास्थ ख़राब रहने लगा और जल्दी ही उनकी मौत हो गई, इसके बाद अटल जी ने ही भारतीय जनसंघ की बागडौर संभाल ली और इसका विस्तार पुरे देश में किया.

Bharat Ratna Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज चौथी पुण्यतिथि है। अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके समाधि स्थल “सदैव अटल” पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनको नमन किया। वहीं पीएम मोदी के अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने तंज कसा है।

मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ था जन्म

Atal Bihari Vajpayee Punyatithi | बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ था. भाजपा के दिग्गज नेता और प्रधानमंत्री के अलावा अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी कवि, लेखक, पत्रकार और प्रखर वक्ता भी थे. वह जनसंघ के संस्थापकों में से एक थे. वाजपेयी एक ऐसे नेता थे, जिन्हें हर राजनैतिक दल स्वीकार करता था. 

वाजपेयी को मिले ये पुरस्कार

  • वाजपेयी को 1992 में पद्म विभूषण
  • 1993 में कानपुर विश्वविद्यालय से डी लिट की उपाधि मिली थी
  • 1994 में वाजपेयी को लोकमान्य तिलक पुरस्कार
  • 1994 में श्रेष्ठ सांसद पुरस्कार और भारत रत्न पंडित गोविंद वल्लभ पंत पुरस्कार से नवाजा गया
  • 2015 में मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय जिया लाल बैरवा (देवली) से डी लिट की उपाधि मिली
  • बांग्लादेश सरकार की तरफ से ‘फ्रेंड्स ऑफ बांग्लादेश लिबरेशन वॉर अवॉर्ड’
  • भारत सरकार की ओर से देश के सबसे बड़े पुरस्कार भारतरत्न से सम्मानित किया गया

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अटल बिहारी वाजपेयी का प्रधानमंत्री बनने का सफ़र

  • 1996 में हुए चुनाव में बीजेपी एक अकेली सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी थी. मई 1996 में बीजेपी को जीत मिली और अटल जी को प्रधानमंत्री पद के लिए चुना गया. लेकिन बीजेपी को दूसरी पार्टियों से सपोर्ट नहीं मिला, जिस वजह से बीजेपी सरकार गिर गई और मात्र 13 दिन में अटल जी को पद से इस्तीफा देना पड़ा.
  • 1996 से 1998 के बीच में 2 बार दूसरी सरकारें बनी लेकिन सपोर्ट ना मिलने से वे भी गिर गई. इसके बाद बीजेपी ने दूसरी पार्टियों के साथ मिलकर नेशनल डोमेस्टिक पार्टी (NDA) का गठन किया. बीजेपी फिर सत्ता में आई लेकिन इस बार भी उनकी सरकार 13 महीने की रही, अन्ना द्रविदा मुन्नेत्रा पार्टी ने अपना सपोर्ट वापस ले लिया था.
  • 1999 में कारगिल में हुई भारत पाकिस्तान के युद्ध में भारत को मिली विजय ने अटल जी की सरकार को और मजबूत बना दिया. इस जीत से लोग उन्हें एक अच्छे भावी लीडर के रूप में देखने लगे.
  • इसके बाद हुए चुनाव में बीजेपी ने NDA को फिर से मजबूत किया, और चुनाव में खड़े हुए. कारगिल की जीत से भारतवासी बहुत प्रभावित हुए, और सबने बीजेपी को फिर से जीता दिया, जिसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी तीसरी बार प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठे.
  • बाजपेयी सरकार ने इस बार पुरे 5 साल पुरे किये, और पहली नॉन कांगेस पार्टी बन गई. सभी पार्टीयों के सपोर्ट से अटल जी ने निर्णय लिया कि वे देश की आर्थिक व्यवस्था को सुधारने के लिए प्राइवेट सेक्टर को आगे बढ़ाएंगे. अटल जी की मुख्य योजनायें नेशनल हाईवे डेवलपमेंट प्रोजेक्ट व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना रही.
  • अटल जी विदेश में इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा दिया व आईटी सेक्टर के प्रति लोगों को जागरूप किया. सन 2000 में अमेरिका के राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भारत दौरे पर आये, इस दौरे का दोनों देश की प्रगति व रिश्ते में बहुत प्रभाव पड़ा.
  • 2001 में अटल जी ने पाकिस्तान के रास्ट्रपति परवेज मुशर्रफ़ को भारत आने का न्योता भेजा. वे चाहते थे भारत पाक के रिश्तों में सुधार हो, आगरा में हुई ये वार्ता आज तक लोगों को याद है. इसके बाद लाहौर के लिए बस भी शुरू हुई जिसमें खुद अटल जी ने सफ़र किया. लेकिन उनकी ये मुहीम सफल नहीं रही, अटल जी की फोरेन पालिसी ने बहुत बदलाव नहीं किया, लेकिन इस बात को जनता ने बहुत सराहा.
  • 2001 में अटल जी ने सर्व शिक्षा अभियान की भी शुरुवात की.
  • आर्थिक सुधार के लिए अटल जी ने बहुत सी योजनायें शुरू की, जिसके बाद 6-7 % ग्रोथ रिकॉर्ड की गई. इसी समय पूरी दुनिया में भारत का नाम जाना जाने लगा.
  • 2004 में कांग्रेस की जीत के साथ अटल जी ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.
  • सन 2005 में अटल जी ने राजनीती से रिटायरमेंट की बात घोषित कर दी. इसके बाद 2009 में हुए चुनाव में उन्होंने हिस्सा भी नहीं लिया.

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अटल बिहारी वाजपेयी अवार्ड व अचिवेमेंट्स (Atal Bihari Vajpayee Awards & Achievements)

  • 1992 में देश के लिए अच्छे कार्य करने के कारण अटल जी को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया.
  • 1994 में उनको बेस्ट सांसद का अवार्ड मिला.
  • 2014 में देश के सर्वोच्य सम्मान भारत रत्न से अटल जी को सम्मानित किया गया. ये सम्मान उनके जन्म दिन 25 दिसम्बर को रास्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा उनके निवास स्थान पर दिया गया. अटल जी के लिए पहली बार किसी राष्ट्रपति ने प्रोटोकॉल तोड़ कर घर जाकर सम्मान दिया.
  • प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अटल जी को भारतीय राजनीती का भीष्म पितामह कहते है.
  • अटल जी चार अलग अलग प्रदेशों उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात व दिल्ली से सांसद चुने गए.

Atal Bihari Vajpayee Punyatithi | 93 वर्ष की आयु में हुआ निधन ( Death)

  • इस महान राजनेता ने अपने जीवन की अंतिम सांस दिल्ली के एम्स में 16 अगस्त, 2018 को ली. इनका इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक इनका निधन निमोनिया और बहु अंग विफलता के कारण हुआ.
  • गौरतलब है कि अटल जी लंबे समय से बीमार थे और साल 2009 में ये स्ट्रोक का भी शिकार हो गए. जिसके कारण इनके सोचने समझने की क्षमता पर असर पड़ा और ये धीरे धीरे डिमेंशिया नामक बीमारी से ग्रस्त हो गए.

अटल बिहारी वाजपेयी के विचार (Atal Bihari Vajpayee Quotes in Hindi)

  • आज परस्पर वैश्विक निर्भरता का मतलब है कि विकासशील देशों में आर्थिक आपदायें, विकसित देशों पर एक प्रतिक्षेप पैदा कर सकता है।
  • आप दोस्तों को बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसियों को नहीं।
  • किसी भी देश को खुले आम आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक गठबंधन के साथ साझेदारी, सहायता, उकसाना और आतंकवाद प्रायोजित करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
  • गरीबी बहुआयामी है यह पैसे की आय से परे शिक्षा, स्वास्थ्य की देखरेख, राजनीतिक भागीदारी और व्यक्ति की अपनी संस्कृति और सामाजिक संगठन की उन्नति तक फैली हुई है।
  • जो लोग हमें यह पूछते हैं कि हम कब पाकिस्तान के साथ वार्ता करेंगे, वे शायद इस तथ्य से वाकिफ नहीं हैं कि पिछले 55 वर्षों में पाकिस्तान के साथ बातचीत के लिए हर बार पहल भारत ने ही किया है।
  • जैव विविधता सम्मेलन से दुनिया के गरीबों के लिए कोई भी ठोस लाभ नहीं निकला है।

Atal Bihari Vajpayee Punyatithi | प्रतिनिधि रचनाएँ

  • पंद्रह अगस्त की पुकार / अटल बिहारी वाजपेयी
  • क़दम मिला कर चलना होगा / अटल बिहारी वाजपेयी
  • हरी हरी दूब पर / अटल बिहारी वाजपेयी
  • कौरव कौन, कौन पांडव / अटल बिहारी वाजपेयी
  • दूध में दरार पड़ गई / अटल बिहारी वाजपेयी
  • क्षमा याचना / अटल बिहारी वाजपेयी
  • मनाली मत जइयो / अटल बिहारी वाजपेयी
  • पुनः चमकेगा दिनकर / अटल बिहारी वाजपेयी
  • अंतरद्वंद्व / अटल बिहारी वाजपेयी
  • जीवन की ढलने लगी साँझ / अटल बिहारी वाजपेयी
  • मौत से ठन गई / अटल बिहारी वाजपेयी
  • मैं न चुप हूँ न गाता हूँ / अटल बिहारी वाजपेयी
  • एक बरस बीत गया / अटल बिहारी वाजपेयी
  • आओ फिर से दिया जलाएँ / अटल बिहारी वाजपेयी
  • अपने ही मन से कुछ बोलें / अटल बिहारी वाजपेयी
  • झुक नहीं सकते / अटल बिहारी वाजपेयी
  • ऊँचाई / अटल बिहारी वाजपेयी
  • हिरोशिमा की पीड़ा / अटल बिहारी वाजपेयी
  • दो अनुभूतियाँ / अटल बिहारी वाजपेयी
  • राह कौन सी जाऊँ मैं? / अटल बिहारी वाजपेयी
  • जो बरसों तक सड़े जेल में / अटल बिहारी वाजपेयी
  • मैं अखिल विश्व का गुरू महान / अटल बिहारी वाजपेयी
  • दुनिया का इतिहास पूछता / अटल बिहारी वाजपेयी
  • भारत जमीन का टुकड़ा नहीं / अटल बिहारी वाजपेयी
  • पड़ोसी से / अटल बिहारी वाजपेयी

अटल बिहारी वाजपेयी की महान कविताएं (Poems)

गीत नहीं गाता हूँ

बेनक़ाब चेहरे हैं,
दाग़ बड़े गहरे हैं
टूटता तिलिस्म आज सच से भय खाता हूँ
गीत नहीं गाता हूँ
लगी कुछ ऐसी नज़र
बिखरा शीशे सा शहर

अपनों के मेले में मीत नहीं पाता हूँ
गीत नहीं गाता हूँ

पीठ मे छुरी सा चांद
राहू गया रेखा फांद
मुक्ति के क्षणों में बार बार बंध जाता हूँ
गीत नहीं गाता हूँ

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