International Day of Happiness 2023 [Hindi]: क्यों मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस, कैसे अपने आप को रखें खुश?

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हर वर्ष 20 मार्च को इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे (International Happiness Day 2023) मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस 2023 को आप अपने जीवन में हैप्पीनेस लाने के लिए क्या करने जा रहे हैं इस बारे में जरूर सोचें। इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे मनाने का उद्देश्य यह है कि आप अपने नजरिए को इस तरह बदले कि आपके जीवन में खुशी का महत्व बढ़ता जाए।

इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे का महत्व (Importance of International Day of Happiness)

आखिर क्या है यह International Happiness Day ? ज़ाहिर है यह खुश रहने का दिन है. हालांकि खुश रहने का कोई एक दिन नहीं होता लेकिन इंसानी ज़िन्दगी और सभ्य समाज में खुशाली कितनी ज़रूरी है यह दिन इसी की याद दिलाता है. साल 2013 से संयुक्त राष्ट्र हर साल इस दिवस को मनाता आ रहा है ताकि दुनिया भर में रह रहे लोगों की ख़ुशी के महत्व को ज़ाहिर किया जा सके. इसके अलावा यह दिवस समावेशी, न्यायोचित और संतुलित आर्थिक विकास की ज़रूरत पर बल देता है जिससे सतत तरक्की, गरीबी उन्मूलन और सभी की खुशहाली व सुख को सुनिश्चित किया जा सके।

इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे को मनाने की शुरुआत कब हुई? (History of Happiness Day)

आपको बता दें कि साल 2013 में इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे को मनाने की शुरुआत हुई. इस दिन को मनाने के पीछे यह कारण है कि इससे लोगों को जीवन में खुशियों का महत्व बढ़े. इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे को हर साल सेलिब्रेट करने का रेजुलेशन 20 जुलाई 2012 में संयुक्त राष्ट्र से पास हुआ था. इसके बाद साल 2013 के 20 मार्च से यह हर साल सेलिब्रेट किया जाने लगा. इस दिन को मनाने के पीछे मशहूर समाजसेवी जेमी इलियन के प्रयासों को माना जाता है.

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संयुक्त राष्ट्र की आम सभा ने 12 जुलाई 2012 को अपने प्रस्ताव 66/281 के तहत हर साल 20 मार्च को International Day of Happiness मनाने का ऐलान किया. यह प्रस्ताव समाज सेवी, कार्यकर्ता और संयुक्त राष्ट्र के विशेष सलाहकार रहे जेमी इलियन की अथक कोशिशों का परिणाम था. उन्होंने ही इस दिवस की अवधारणा और रूप रेखा बनाई. उनका मकसद एक ऐसा प्रस्ताव लाना था जो खुशी की तलाश को मानवीय अधिकारों और बुनियादी लक्ष्य में शामिल कर सके।

Read in English: International Day Of Happiness: Know The Way To Attain Ultimate Peace And Happiness

जेमी इलियन ने जब International Happiness Day का आइडिया दिया तब उन्हें संयुक्त राष्ट्र के तत्कालीन मुखिया बान की मून का भरपूर समर्थन मिला. यही नहीं यूएन के सभी 193 देशों ने इस प्रस्ताव को स्वीकार किया. इस प्रस्ताव को भूटान ने पेश किया. आपको बता दें कि भूटान एक ऐसा देश है जो 1970 से ही राष्ट्रीय आय की तुलना में राष्ट्र की खुशहाली को तरजीह देता आया है।

खुश रहने का स्वास्थ्य पर क्या पड़ता है प्रभाव (How Happiness is important for Your Health)

प्रतिरक्षा प्रणाली जैविक कारकों से जुड़ी है। इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए खुश रहना भी जरुरी होता है। हमारे आस-पास कई चीजें होती हैं जो खुशी और तनाव को नियंत्रित करती हैं। जिसके अनुसार हमारा शरीर प्रतिक्रिया देता है। स्वस्थ और खुश रहने के लिए भावनात्मक रुप से स्वस्थ रहना भी जरुरी होता है। व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य भी व्यक्ति के शरीर पर प्रभाव डालता है। इसलिए व्यक्ति को जीवन में चल रही चीजों का ध्यान रखना चाहिए। खुश रहना आपके इम्यून सिस्टम करने में मदद करता है। 

इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे की इस साल की थीम (Theme for International Day of Happiness)

बता दें कि इस साल की इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे की थीम है ‘शांत और समझदार बने रहें और दूसरों के प्रति दया की भावना बनाए रखें (Keep Calm, Stay Wise and Be Kind)’. इसका मतलब है कि जीवन में चाहे जैसा भी समय हो इंसान को हमेशा शांत और समझदार बने रहना चाहिए. इससे जीवन में वह प्रगति की तरफ बढ़ता है. इसके साथ ही दूसरों के प्रति दया भावना को हमेशा रखना चाहिए. इससे लोग जीवन में हमेशा आगे बढ़ते रहते हैं. 

कितने खुश रहते हैं भारतीय (World Happiness Report India Rank)

वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट, वैश्विक खुशी का मूल्यांकन करने के उपकरणों में से एक है| यह इस बात पर आधारित है कि लोग खुद को कितना उत्साही मानते हैं| यह समग्र खुशी पर देशों को रैंक करने के लिए छह विशेषताओं पर विचार करता है: प्रति व्यक्ति ग्रॉस घरेलू उत्पाद, सामाजिक समर्थन, लाइफ एक्सपेक्टेंसी, चॉइस बनाने की आजादी, उदारता और भ्रष्टाचार पर धारणा| 

Credit: Oneindia Hindi | वनइंडिया हिंदी

वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट का हैप्पीनेस इंडेक्स इंगित करता है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत की रैंक खराब हुई है| जहाँ 2013 में भारत की रैंक 111 थी, वहाँ लगातार नीचे आते हुए 2021 की रिपोर्ट में 25% की गिरावट के साथ यह निराशाजनक 139 रैंक हो गई| पड़ोसी देशों के बीच भी भारत का सबसे कम हैप्पीनेस स्कोर है: नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका इससे आगे हैं|

अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस पर विचार (International Day of Happiness Quotes in Hindi) 

  •  खुशी एक इत्र की तरह है जिसे आप बिना कुछ खुद पर प्राप्त किए, दूसरों पर नहीं डाल सकते हैं, इसलिए खुशियां फैलाते रहिये, खुश रहिये”
  • “अधिकांश लोग उतने ही खुश होते हैं जितना कि वेचाहते हैं ” – अब्राहम लिंकन
  • बहुत सारे लोग हैं, जिनकी मैं प्रशंसा करता हूं और सम्मान करता हूं, लेकिन मैं जरूरी नहीं कि उनके जैसा बनना चाहता हूं। मैं जैसा भी हूँ खुश हूं। ”
  • हम इसलिए नहीं हंसते हैं क्योंकि हम खुश हैं – हम खुश हैं इसलिए हम हंसते हैं।
  • हमारी खुशियाँ हम पर ही निर्भर करती हैं।”
  • खुश रहो। यह बुद्धिमान होने की एक निशानी है। ” – सिडोनी गैब्रिएल कोलेट”

अंतर्राष्ट्रीय ख़ुशी दिवस पर प्रेरणादायक भाषण (Speech on International Day of Happiness in Hindi)

आदरणीय प्रधानाचार्य, साथी शिक्षकगण और मेरे प्रिय छात्रों, 

सुप्रभात दोस्तों, आज हम यहाँ 20 मार्च को “अंतर्राष्ट्रीय ख़ुशी दिवस” का उत्सव मनाने के लिए एकत्रित हुए है। मैं आशा करता हूँ कि आप सब अच्छे होंगे। मैं एक बहुत अच्छा वक्ता हूँ इसलिए मुझे अक्सर स्कूलों और कॉलेजों में भाषण देने के लिए कहा जाता है। और मैं वहां आप जैसे नव युवकों को प्रेरित करता हूँ जो हमारे प्यारे भारत का भविष्य है। दोस्तों आज मैं – अंतर्राष्ट्रीय ख़ुशी दिवस के अवसर पर ख़ुशी के महत्व पर भाषण (Speech on happiness) प्रस्तुत करने जा रहा हूँ। 

  • जैसा कि हमें पता है ख़ुशी हमारे जीवन में अति आवश्यक है और इसके बिना हमारी जिंदगी बिलकुल बेरंग और बोरिंग हो जाती है। ख़ुशी का हम शब्दों में वर्णन नही कर सकते है क्योंकि ये केवल एक एहसास है और इसे केवल महसूस किया जा सकता है। जीवन जीने के लिए ख़ुशी बेहद ज़रुरी है।
  • लेकिन आज बहुत से ऐसे लोग भी है जिनके जीवन में ख़ुशी है ही नही। ख़ुशी को हर व्यक्ति अपने नज़रिये से देखता है। कुछ लोगो को पैसे कमाने से खुशी का अनुभव होता है और कुछ लोगो को प्यार में रहने पर ख़ुशी का अनुभव होता है। प्रत्येक व्यक्ति अपने अनुसार ख़ुशी का अनुभव करता है। 
  • हर व्यक्ति अपने जीवन में सफल  होना चाहता है और सफल होने के लिए आप को खुश रहना बहुत ही आवश्यक है। मैं ये नही कहता जो हमेशा खुश नही रहता वो सफल नही होता। लेकिन जब खुश होते है तो हम अपने काम में पूरा मन लगा पाते है। जिससे सफलता जल्दी मिल सकती है। अगर मैं आप से पूछता हूँ कि आपको ख़ुशी चाहिए या सफलता, आप में से ज्यादातर लोग कहेंगे कि उनको सफलता चाहिए।
  • क्योंकि ख़ुशी और भी बढ़ जाती है जब अपनी ख़ुशी को दूसरों  के साथ बाँटने की कोशिश करते हैं। अगर हम सक्षम है कि हम लोगो की मदद कर सके तो हमें उन लोगो की ज़रुर मदद करनी चाहिए। जिनके पास रहने के लिए घर नही है, खाने के लिए खाना नही है। यदि आप ऐसे लोगो की मदद करते है तो मैं इसकी गारंटी लेता हूँ उनकी ख़ुशी को देख कर  आप के चेहरे पर मुस्कराहट ज़रूर आयेगी।  
  • मैं आप सही ये भी कहना चाहता हूँ अगर आप किसी भी तरीके से सक्षम है कि उन लोगो की मदद कर सके जिनके पास कुछ नही। तो आप उनकी मदद जरुर करे क्योकि इससे उन लोगो के जीवन में ख़ुशी आयेगी। और इससे आप को भी ख़ुशी मिलेगी। 

सराकरों के लक्ष्य और खुशी

देखा जाता है कि दुनिया भर की सरकारें लोगों की समस्याएं सुलझाने, उन्हें सुविधाएं देने और विकास कार्यों में ज्यादा उलझी रहती हैं. इस प्रक्रिया में उनका इस बात पर ध्यान ही नहीं जाता है कि लोककल्याणकारी राज्य के लक्ष्यों के लिए जो कार्यक्रम उन्होंने तय किए हैं वे खुशी पाने के लिए कितने कारगर हैं. इस नजरिए से यह दिवस बहुत अहम हो जाता है.

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खुश रहने के लिए इन बातों का रखना होगा ध्यान

खुश रहने के कुछ बातों पर ध्यान देना होगा. इनमें सबसे जरूरी है कि हमारे पास खुशी के लिए एक स्पष्ट नजरिया हो. इसके लिए सबसे पहले हमें साकारात्मकता कायम रखनी होगी क्योंकि अगर हमारे आसपास नकारात्मकता होगी तो हम अपने मन में खुश  बरकरार भी नहीं रख सकेंगे. हमें उन चीजों पर ध्यान देना होगा जो हमें खुशी देती हैं.

कौन है सुखदाई भगवान?

पवित्र यजुर्वेद अध्याय 29 मंत्र 25, पवित्र सामवेद संख्या 1400; ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 से 20; अथर्ववेद काण्ड नं 4 अनुवाक न. 1 मन्त्र नं 7; गुरु ग्रन्थ साहेब पृष्ठ नं. 721 राग तिलंग महला 1; सूरत फुरकान 25 आयत नंबर 52 से 59; OJB Bible 36:5 iyov इत्यादि सभी धर्मों के पवित्र सभी सद्ग्रंथ  प्रमाणित करते हैं कि पूर्ण परमात्मा साकार है और वह अत्यंत ही दयालु अर्थात रहमान है वह अपने भक्तों के सभी गुनाह माफ कर देता है। वह परमेश्वर हमेशा अपने बच्चों को खुश रखता है। उस दयालु परमेश्वर का नाम “कबीर” है।


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