Maharashtra Day 2023: महाराष्ट्र दिवस पर जानिए इसका इतिहास और इसे मनाए जाने की वजह

Maharashtra Day 2021 Short Info in Hindi
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New Delhi : भारत के दो बड़े राज्य महाराष्‍ट्र (Maharashtra) और गुजरात (Gujarat) 1 मई का दिन अपने स्‍थापना दिवस के तौर पर मनाते हैं। 1 मई को सिर्फ मजदूर दिवस (Labour Day) ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र दिवस (Maharashtra Day 2023) और गुजरात दिवस (Gujarat Day) भी होता है।  भारत की आजादी के समय यह दोनों राज्‍य बॉम्‍बे प्रदेश (Bombay State) का अभिन्न अंग हुआ करते थे। 1 मई के दिन भारत के इस राज्य ‘महाराष्ट्र’ की स्थापना हुई थी। और दूसरी ओर गुजरात राज्य की भी स्थापना हुई ।

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1 मई के दिन साल 1960 में महाराष्ट्र राज्य और गुजरात राज्य की स्थापना की गई थी और इन दोनों राज्यों को भारत देश के राज्य के रूप में पहचान मिली थी । जब यह दोनों राज्य अलग नही हुए थे उस वक्‍त बॉम्‍बे प्रदेश में मराठी और गुजराती भाषा बोलने वाले लोगों की तादाद सबसे ज्‍यादा थी। मराठी और गुजराती भाषा बोलने वाले लोग अपने लिए अलग-अलग राज्य की मांग कर रहे थे। दोनों भाषा के समुदाय के लोग अपने आंदोलन को दिन-प्रतिदिन तेज कर रहे थे।

Maharashtra Day 2023 Short Info in Hindi

नेहरू सरकार ने किया अलग और बनाया महाराष्ट्र और गुजरात: 1 मई 1960 को भारत की तत्‍कालीन नेहरू सरकार ने बॉम्‍बे प्रदेश को ‘बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम 1960’ के तहत दो राज्‍यों में बांट दिया- महाराष्‍ट्र और गुजरात। दोनों राज्‍यों में बॉम्‍बे को लेकर भी विवाद हुआ था। मराठियों का कहना था कि बॉम्‍बे उन्‍हें मिलना चाहिए क्‍योंकि वहां पर ज्‍यादातर लोग मराठी बोलते हैं, जबकि गुजरातियों का कहना था कि बॉम्बे जो था, वो उनकी बदौलत था। आखिरकार बॉम्‍बे को महाराष्‍ट्र की राजधानी बनाया गया। दरअसल, राज्‍यों के पुनर्गठन अधिनियम 1956 के तहत कई राज्‍यों का गठन किया गया था । इस अधिनियम के तहत कन्‍नड़ भाषी लोगों के लिए कर्नाटक राज्‍य बनाया गया, जबकि तेलुगु बोलने वालों को आंध्र प्रदेश मिला। इसी तरह मलयालम भाषियों को केरल और तमिल बोलने वालों के लिए तमिलनाडु राज्‍य बनाया गया।

लेकिन मराठियों और गुजरातियों को अलग राज्‍य नहीं मिला था। इसी मांग को लेकर कई आंदोलन हुए। इस वक्त हमारे देश भारत में कुल 29 राज्य हैं, जिनकी अपनी अलग-अलग भाषा और वेशभूषाएं, कलाएं हैं । वहीं भारत के लगभग सारे राज्य हर साल अपने राज्य का स्थापना दिवस भी मनाते हैं और इसी तरह महाराष्ट्र में भी हर साल मई के महीने में स्थापना दिवस मनाया जाता है ।

महाराष्ट्र दिवस साल में कब मनाया जाता है (Maharashtra Day 2023 Date in hindi)

महाराष्ट्र दिवस (Maharashtra Day 2023) को खास बनाने के लिए हर साल एक मई के दिन राज्य सरकार द्वारा कई रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government Shivsena) द्वारा इस दिन को खास बनाने के लिए एक विशेष परेड निकाली जाती है। हर साल 1 मई के दिन महाराष्ट्र के लोग अपने राज्य में महाराष्ट्र दिवस मनाते है  । जिसके बाद से महाराष्ट्र सरकार द्वारा हर साल महाराष्ट्र दिवस मनाया जाने लगा । इस दिन इस राज्य की सरकार द्वारा राज्य के स्कूलों, विश्वविद्यालयों, और सरकार दफ्तरों में छुट्टी दी जाती है । कोरोना महामारी के चलते 2020 ओर इस वर्ष भी महाराष्ट्र दिवस का रंगा-रंग कार्यक्रम विभिन्न स्थानों पर आयोजित नही हुआ । वहीं इस साल ये राज्य अपना 49 वां राज्य स्थापना दिवस मनाने जा रहा है ।

महाराष्ट्र अलग राज्य कैसे बना? (History of Maharashtra)

महाराष्ट्र अलग राज्य कैसे बना ? (History of Maharashtra) यह प्रश्न सभी के मन मे जरूर उठता होगा। दरसल, जब भारत को आजादी मिली थी उस वक्त अधिकांश प्रांतीय राज्यों (Provincial States) को बॉम्बे प्रांत में जोड़ दिया गया था । उस वक्त बॉम्बे प्रांत में गुजराती भाषा और मराठी भाषा बोलने वाले लोग रहते थे । भाषा के आधार पर अलग राज्य बनाने की मांग विभिन्न जगहों से उठने लगी । गुजराती भाषा वाले अलग राज्य चाहते थे और मराठी भाषा बोलने वाले लोग खुद के लिए अलग राज्य बनाने की मांग कर रहे थे । अलग राज्यों की मांग को लेकर देश में कई आंदोलन भी किए गए और इन्हीं आंदोलनों के परिणामस्वरूप, बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम, 1960 के तहत नेहरू सरकार ने साल 1960 में महाराष्ट्र राज्य और गुजरात राज्य का गठन किया गया था । 

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दरअसल “राज्यों के पुनर्गठन अधिनियम” 1956 के तहत कई राज्यों का गठन किया गया था । इस अधिनियम के आधार पर कन्नड़ भाषा (Kannad Language) बोलने वाले लोगों को मैसूर राज्य यानी कर्नाटक राज्य (Karnataka State) दिया गया। तेलुगु भाषा (Tamil Language) बोलने वाले लोगों को आंध्र प्रदेश राज्य Andhra Pradesh State) मिल गया । वहीं मलयालम भाषा (Malayalam Language) के लोगों को केरल (Kerala) और तमिल भाषा वाले लोगों को तमिलनाडु (Tamilanadu) राज्य मिल गया था । लेकिन मराठी और गुजराती लोगों को अपना अलग राज्य नहीं मिला था । जिसके बाद से इन लोगों ने अपने लिए अलग राज्य की मांग को लेकर कई आंदोलन शुरू कर दिए । साल 1960 में जहां एक तरफ गुजरात राज्य को बनाने के लिए महा गुजरात आंदोलन चलाया गया था । वहीं संयुक्त महाराष्ट्र समिति का गठन महाराष्ट्र राज्य की मांग को लेकर हुआ था । वहीं 1 मई 1960 में भारत की मौजूदा सरकार ने बॉम्बे राज्य को दो राज्यों में बांटा दिया ।

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वहीं जब भारत सरकार (Indian Government) ने गोवा (Goa) राज्य को पुर्तगाली (Portugal) से स्वत्रंत करवाया था, तो महाराष्ट्र राज्य इसे अपने राज्य का हिस्सा बनाना चाहता था । लेकिन फिर महाराष्ट्र और गुजरात के लोगो की तरह गोवा के लोगों ने भी अपने लिए अलग राज्य की मांग रखी और इस तरह से गोवा महाराष्ट्र राज्य में शामिल नहीं हो सका । 

महाराष्ट्र (Maharashtra) देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है

महाराष्ट्र (Maharashtra) देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है । महाराष्ट्र राज्य का भौगोलिक क्षेत्र 307,713 किलोमीटर तक फैला हुआ है । भारत के राज्यों में क्षेत्रफल के आधार पर इस राज्य का तीसरा नंबर हैं । इस राज्य से पहले भारत के राजस्थान और मध्य प्रदेश राज्य क्षेत्र के आधार पर सबसे बड़े राज्य है । महाराष्ट्र राज्य का दक्षिण हिस्सा कर्नाटक राज्य से लगता है । वहीं इस राज्य का दक्षिण पूर्व हिस्सा आंध्र प्रदेश और गोवा राज्य की सीमाओं से लगा हुआ है । इसके अलावा महाराष्ट्र राज्य की उत्तरी भाग की सीमा मध्य प्रदेश राज्य से जुड़ी हुई है और राज्य के पश्चिम में अरब सागर है ।

महाराष्ट्र दिवस कैसे मनाते है (How to celebrate Maharashtra Day)

  • महाराष्ट्र दिवस के दिन को खास बनाने के लिए यहां की राज्य सरकार द्वारा कई तरह के समारोह आयोजित किए जाते हैं ।
  • इस दिन को विशेष बनाने के लिए राज्य सरकार कई स्थानों पर कार्यक्रमों का आयोजन करती है, जिसमें मराठी संस्कृति की झलक देखने को मिलती है.
  • इसके अलावा इस दिन राज्य सरकार द्वारा एक परेड भी निकाली जाती है । हर साल इस परेड का आयोजन शिवाजी पार्क (Shivaji Park) में किया जाता है । इतना ही नहीं शिवाजी पार्क में इस दिन राज्य के राज्यपाल द्वारा हर साल भाषण भी दिया जाता है । वहीं हर साल राज्य के मुख्यमंत्री ‘हुतात्मा चौक’ में जाकर उन लोगों श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्होंने इस राज्य की स्थापना के लिए अपना योगदान दिया है । दरअसल ये चौक उन लोगों की याद में बनाया गया है, जो महाराष्ट्र राज्य बनाने के आंदोलन के वक्त शहीद हो गए थे । वहीं इसके अलावा इस दिन इस राज्य में शराब नहीं बेची जाती है । कोरोना महामारी के चलते लगभग दो वर्षों से कोई रँगा रंग कार्यक्रम प्रदेश में नही हुआ है ।

Maharashtra Day 2023 Quotes In Hindi

  • मन में स्वतंत्रता,
  • शब्दों में ताकत,
  • हमारे खून में पवित्रता,
  • हमारी आत्मा में गर्व,
  • हमारे दिलों में जोश,
  • महाराष्ट्र की इस भावना को सलाम!
  • मुझे अपने राष्ट्र से प्यार है,
  • मुझे अपने भारत से प्यार है,
  • मुझे अपनी आजादी से प्यार है,
  • मुझे अपने महाराष्ट्र से प्यार है.
  • एकता में गजब की ताकत है,
  • विभाजित होकर हम हार जाएंगे,
  • मजबूती के साथ हम आगे बढ़ेंगे,
  • महाराष्ट्र का नाम रोशन करेंगे.

महाराष्ट्रीयन होने पर गर्व करें,

क्योंकि भारत का गर्व बढ़ाने के लिए,

महाराष्ट्र अन्य राज्यों के साथ,

मिलकर काम करता है.


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