Monkeypox Delhi in Hindi: भारत से मंकीपॉक्स वायरस का चौथा मामला दिल्ली से सामने आया है। पॉजिटिव मिले शख्स की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। बाकी तीनों केस केरल से आए हैं।
मंकीपॉक्स अब ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी, WHO का ऐलान
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंकीपॉक्स को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है। मंकीपॉक्स पर यह डब्ल्यूएचओ का सबसे टॉप लेवल का अलर्ट है। हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा का मतलब है कि WHO मंकीपॉक्स को दुनियाभर के लिए बड़ा खतरा मानता है और इसे फैलने से रोकने और महामारी में बदलने की आशंका से बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय पहल की तुरंत जरूरत है। यह घोषणा दुनियाभर की सरकारों के लिए तुरंत कार्रवाई की अपील का काम करती है।
क्या है मंकीपॉक्स? (What Is Monkeypox?)
मंकीपॉक्स वायरस एक मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है. 1958 में यह पहली बार शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था. इस वायरस का पहला मामला 1970 में रिपोर्ट किया गया है. मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों (tropical rainforest area) में यह रोग में होता है.
Monkeypox Delhi [Hindi] | कैसे फैलता है मंकीपॉक्स वायरस
दुनिया भर के 75 देशों में मंकीपॉक्स संक्रमण के 16000 से अधिक मामले सामने आए हैं, जिनमें चार भारत से है. मंकीपॉक्स वायरस संक्रमित जानवरों से मनुष्यों में अप्रत्यक्ष या सीधे संपर्क के जरिये फैलता है. इस वायरस का इंसान-से-इंसान में प्रसार संक्रामक त्वचा या घावों के सीधे संपर्क में आने हो सकता है. इसमें स्किन टू स्किन टच और सांस की बूंदें भी शामिल हैं. अब तक रिपोर्ट किए गए मंकीपॉक्स के मामलों में संक्रमण का मुख्य कारण निकट शारीरिक संपर्क पाया गया है, जिसमें यौन संपर्क भी शामिल है. संक्रमण दूषित सामग्री जैसे लिनेन, बिस्तर, इलेक्ट्रॉनिक्स और कपड़ों से भी हो सकता है, जिनसे संक्रामक व्यक्ति की त्वचा छुई हो.
अफ्रीकन स्वाइन फ्लू का डर भी बढ़ा
केरल के वायनाड जिले के मानन्थावाद्य स्थित दो पशुपालन केंद्रों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर (ASF) के मामले सामने आए हैं। भोपाल स्थित पशु रोग संस्थान की जांच में इन केंद्रों के सुअरों में ASF बीमारी की पुष्टि हुई। एक केंद्र में 300 सुअरों को मारने के निर्देश दिए गए हैं। केंद्र ने चेताया था कि बिहार और कुछ पूर्वोत्तर राज्यों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के मामले सामने आए हैं। यह सुअरों में फैलने वाला वायरल इन्फेक्शन है। इसमें मृत्यु दर बहुत अधिक है। इस बीमारी के खिलाफ अभी कोई वैक्सीन नहीं है। इंसानों को खतरा नहीं है।
मंकीपॉक्स से सावधान रहने की क्यों है जरूरत?
Monkeypox Delhi [Hindi]| मंकीपॉक्स आने वाले समय में कोरोना की ही तरह एक बड़े खतरे का रूप ले सकता है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ‘ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी’ विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी सबसे हाई लेवल का एलर्ट होता है। ऐसा एलर्ट तब जारी किया जाता है, जब किसी बीमारी से पूरी दुनिया को एक बड़ा खतरा हो। लगभग 2 साल पहले 30 जनवरी 2020 को WHO ने पहली बार ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था। इसके कुछ समय बाद ही कोरोना ने दुनियाभर में जो तबाही मचाई, उसका मंजर अभी भी सभी को याद है।
कोरोना वायरस अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ। दुनियाभर में इसके लाखों मामले हर दिन सामने आ रहे हैं और सैकड़ों की संख्या में लोगों की मृत्यु हो रही है। इसी बीच मंकीपॉक्स के ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित हो जाने से खतरे की आशंका और बढ़ गई है।
केंद्र सरकार ने दी थी ये सलाह
इस महीने की शुरुआत में केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से मंकीपॉक्स के किसी भी संदिग्ध या पुष्ट मामले के प्रबंधन के लिए पर्याप्त मानव संसाधन सुनिश्चित करने, साजो-सामान संबंधी समर्थन के साथ अस्पतालों को चिह्नित करने को कहा था.
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केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक पत्र लिखकर कहा था डब्ल्यूएचओ के अनुसार 50 देशों से उसे मिली जानकारी के अनुसार एक जनवरी से 22 जून तक प्रयोगशालाओं में पुष्ट मंकीपॉक्स के 3,413 मामले सामने आये हैं और एक मरीज की मृत्यु हुई है. उन्होंने कहा कि इनमें से अधिकतर मामले यूरोपीय क्षेत्र और अमेरिका महाद्वीप से आये हैं.
Monkeypox Delhi [Hindi] | मंकीपॉक्स पर आई थी एसओपी
केरल में दो केस सामने आने के बाद राज्य ने मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जिसने पिछले 21 दिनों में उस देश की यात्रा की है, जहां मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं…उनके शरीर पर अगर लाल धब्बे दिखें या उनमें सिरदर्द, शरीर में दर्द या बुखार जैसे अन्य लक्षण हों तो वे संदिग्ध वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। प्रेस विज्ञप्ति में मंत्री ने कहा कि निकट शारीरिक या सीधे त्वचा के त्वचा से संपर्क, संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाने या उनके बिस्तर या कपड़ों को छूने से संक्रमण फैलने का खतरा है। इस श्रेणी में आने वाले सभी लोगों को रोगी का निकट संपर्क माना जाएगा। पीसीआर जांच के जरिए ही संक्रमण की पुष्टि हो सकती है।
70 से ज्यादा देशों में मंकीपॉक्स का प्रसार होना असाधारण हालात- WHO
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शनिवार को कहा कि 70 से अधिक देशों में मंकीपॉक्स का प्रसार होना एक असाधारण हालात है जो अब वैश्विक आपात स्थिति है. डब्ल्यूएचओ की यह घोषणा इस रोग के उपचार के लिए निवेश में तेजी ला सकती है और इसने इस रोग का टीका विकसित करने की जरूरत को रेखांकित किया है. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस ए. घेब्रेयसस ने वैश्विक स्वास्थ्य संगठन की इमरजेंसी कमेटी के सदस्यों के बीच आम सहमति नहीं बन पाने के बावजूद यह घोषणा की. यह पहला मौका है जब डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने इस तरह की कार्रवाई की है.
Monkeypox Delhi [Hindi] | इस रोग के बारे में हमारे पास काफी कम जानकारी- WHO
टेड्रोस ने कहा, संक्षेप में, हम एक ऐसी महामारी का सामना कर रहे हैं जो संचरण के नये माध्यमों के जरिये तेजी से दुनिया भर में फैल गई है और इस रोग के बारे में हमारे पास काफी कम जानकारी है और यह अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमन की अर्हता को पूरा करता है. उन्होंने कहा, मैं जानता हूं कि यह कोई आसान या सीधी प्रक्रिया नहीं रही है और इसलिए समिति के सदस्यों के भिन्न-भिन्न विचार हैं. हालांकि, मंकीपॉक्स मध्य और पश्चिम अफ्रीका के कई हिस्सों में दशकों से मौजूद है लेकिन अफ्रीका महाद्वीप के बाहर इतने व्यापक स्तर पर इसका प्रकोप पहले कभी नहीं रहा था और मई तक लोगों के बीच इसका व्यापक प्रसार भी नहीं हुआ था.
मंकीपॉक्स के लक्षण क्या हैं? (Symptoms on Monkeypox in Hindi)
मंकीपॉक्स के लक्षण कुछ हद तक स्मॉलपॉक्स (छोटी माता) से मिलते-जुलते हैं। WHO के मुताबिक मंकीपॉक्स के लक्षण इस प्रकार हैं-
मंकीपॉक्स के शुरुआती लक्षण (संक्रमण के 0 से 5 दिन के अंदर दिखने वाले)
- बुखार
- तेज सिरदर्द
- लिम्फ नोड्स में सूजन
- पीठ दर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- थकान
मंकीपॉक्स से बचाव के लिए क्या करें? (How to Prevent Monkeypox Virus)
मंकीपॉक्स भी कोरोना वायरस की तरह ही एक संक्रामक बीमारी है, इसलिए इससे बचाव के लिए भी लगभग वही प्रोटोकॉल हैं, जो कोविड से बचाव के लिए हैं।
- पब्लिक प्लेस पर मास्क जरूर पहनें।
- बुखार होने पर किसी सार्वजनिक स्थान पर न जाएं और डॉक्टर से संपर्क करें।
- समय-समय पर अपने हाथ साबुन से धोते रहें।
- सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
- जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है या इम्यूनिटी कमजोर है, वो बिना मास्क पहने बाहर न निकलें और जरूरी होने पर ही बाहर जाएं।
Monkeypox Delhi [Hindi] | DGHS और NCDC ने की मीटिंग
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (Director General of Health Services) ने रविवार को स्थिति की एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया। बैठक के बाद, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र ( National Centre for Disease Control ) को सकारात्मक मामलों की विस्तृत महामारी विज्ञान जांच करने का निर्देश दिया गया है, जबकि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन ( National AIDS Control Organization) को वायरस के खिलाफ निवारक उपायों पर जागरूकता पैदा करने का निर्देश दिया गया है।
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