Mulayam Singh Passed Away [Hindi]: मुलायम सिंह यादव का निधन, गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में ली आखिरी सांस

Mulayam Singh Passed Away [Hindi] मुलायम सिंह यादव का निधन
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Mulayam Singh Passed Away [Hindi]: सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का आज निधन हो गया है। वह पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आखिरी सांस ली। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है। उन्होंने आज सुबह 8.16 पर अंतिम सांस ली। वह 82 साल के थे। मुलायम सिंह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में वह वेंटिलेटर पर थे। पिछले रविवार से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद सपा कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई। 

इटावा में जन्म और 6 दशक की सक्रिय राजनीति

22 नवंबर 1939 को इटावा जिले के सैफई में जन्मे मुलायम ने करीब 6 दशक तक सक्रिय राजनीति में हिस्सा लिया। वो कई बार यूपी विधानसभा और विधान परिषद के सदस्य रहे। इसके अलावा उन्होंने संसद के सदस्य के रूप में ग्यारहवीं, बारहवीं, तेरहवीं और पंद्रहवीं लोकसभा में हिस्सा भी लिया। मुलायम सिंह यादव 1967, 1974, 1977, 1985, 1989, 1991, 1993 और 1996 में कुल 8 बार विधानसभा के सदस्य बने। इसके अलावा वह 1982 से 1985 तक यूपी विधानसभा के सदस्य भी रहे।

Mulayam Singh Passed Away [Hindi] | यूपी के सीएम और रक्षामंत्री भी रहे

मुलायम सिंह यादव ने तीन बार यूपी के सीएम के रूप में काम किया। वो पहली बार 5 दिसम्बर 1989 से 24 जनवरी 1991, दूसरी बार 5 दिसम्बर 1993 से 3 जून 1996 तक और तीसरी बार 29 अगस्त 2003 से 11 मई 2007 तक उत्तर प्रदेश के सीएम रहे। इन कार्यकालों के अलावा उन्होंने 1996 में एचडी देवगौड़ा की संयुक्त गठबंधन वाली सरकार में रक्षामंत्री के रूप में भी काम किया। अपने सर्वस्पर्शी रिश्तों के कारण मुलायम सिंह को नेताजी की उपाधि भी दी जाती थी। मुलायम को उन नेताओं में जाना जाता था, जो यूपी और देश की राजनीति की नब्ज समझते थे और सभी दलों के लिए सम्मानित भी थे।

सैफई के लिए रवाना हुआ मुलायम सिंह का पार्थिव शरीर

Mulayam Singh Passed Away [Hindi] | मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का पार्थिव शरीर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल से सैफई के लिए निकल गया है, जहां कल (11 अक्टूबर) दोपहर 3 बजे राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया जाएगा. इससे पहले यूपी सरकार ने मुलायम सिंह के निधन पर 3 दिनों के लिए राजकीय शोक की घोषणा की थी.

मुलायम सिंह यादव के निधन से जुड़े बड़े अपडेट्स

  • मुरादाबाद से सपा सांसद एसटी हसन सैफई गांव के लिए रवाना हो गए हैं। जानकारी के अनुसार एसटी हसन मुलायम सिंह यादव को सैफई उनके आवास पर पहुंचे श्रद्धांजलि देंगे।
  • रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मेदांता जाएंगे और मंगलवार को सैफई में उनके अंतिम संस्कार में भी मौजूद रहेंगे।
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मुलायम सिंह को धरती पुत्र बताया और कहा कि उनकी उपलब्धियां असाधारण थीं।
  • राजद चीफ लालू यादव ने कहा कि मुलायम सिंहजी से घरेलू रिश्ते थे। उनके निधन की खबर बेहद दुखद है।
  • सीएम योगी मंगलवार को मुलायम के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।
  • बिहार सरकार ने राज्य में 10 अक्टूबर को राजकीय शोक की घोषणा की।

एमए करने के बाद बतौर शिक्षक काम किया

मुलायम ने एमए की शिक्षा लेने के लिए शिकोहाबाद के डिग्री कालेज में प्रवेश लिया। एमए करके करहल के जैन इंटर कालेज से बीटी की और कुछ समय तक जैन इंटर कालेज में बतौर शिक्षक काम किया, पर राजनैतिक दिलचस्पी रखने वाले मुलायम सिंह चुप नहीं बैठे।

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Mulayam Singh Passed Away [Hindi] | यूपी में 3 दिन के राजकीय शोक की घोषणा

मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। सीएम ने ट्वीट में लिखा कि, ‘उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का निधन अत्यंत दुखदायी है। उनके निधन से समाजवाद के एक प्रमुख स्तंभ एवं एक संघर्षशील युग का अंत हुआ है। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना व शोकाकुल परिवार एवं समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। मुलायम सिंह यादव जी के निधन पर उत्तर प्रदेश सरकार तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा करती है। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा। शोक की इस घड़ी में उनके पुत्र अखिलेश यादव से दूरभाष पर वार्ता कर अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं।’

Mulayam Singh Passed Away [Hindi] | पहलवान से मुख्यमंत्री बनने तक का सफर

5 दशक से ज्यादा लंबे राजनीतिक सफर में मुलायम यादव कई उतार-चढ़ाव देखे. राम मनोहर लोहिया से प्रभावित होकर राजनीति में उतरे मुलायम यादव को साल 1975 में इमरजेंसी के दौरान जेल जाना पड़ा. उन्होंने अपने गुरु नत्थूसिंह के कहने पर पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और जीतकर इतिहास रच दिया. इसके बाद मुलायम सिंह यादव ने कभी पीछे मुड़कर ही नहीं देखा. राजनीतिक सफर में वे 8 बार MLA बने, 7 बार सांसद बने, 3 बार उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री, 1 बार एमएलसी और 1 बार केंद्र में रक्षा मंत्री भी रहे. राम मनोहर लोहिया के आदर्शों पर ही उन्होंने अक्टूबर 1992 में समाजवादी पार्टी की स्थापना की.

महज 28 साल की उम्र में पहली बार बने थे विधायक

नत्थूसिंह के परंपरागत विधान सभा क्षेत्र जसवंतनगर से ही मुलायम सिंह यादव ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। राम मनोहर लोहिया और राज नरायण जैसे समाजवादी विचारधारा के नेताओं की छत्रछाया में राजनीति का ककहरा सीखने वाले मुलायम 1967 में महज 28 साल की उम्र में पहली बार विधायक बन गए। जबकि उनके परिवार का कोई सियासी पृष्ठभूमि नहीं थी।  

25 साल में बदलीं छह पार्टियां, फिर बनाई खुद की पार्टी

मुलायम सिंह यादव 1967 में पहली बार संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर जीते थे। 1969 के विधानसभा चुनाव में भी मुलायम संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार थे। हालांकि, उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 1974 के विधानसभा चुनाव में मुलायम भारतीय क्रांति दल के टिकट पर दूसरी बार विधायक बने। 1977 के विधानसभा चुनाव में जनता पार्टी से विधायक बने। इस जीत के साथ ही पहली बार मंत्री भी बने। 

Mulayam Singh Passed Away [Hindi] | 1980 के विधानसभा चुनाव में मुलायम को दूसरी बार बार का सामना करना पड़ा था इस चुनाव में मुलायम चौधरी चरण सिंह की जनता पार्टी सेक्युलर के टिकट पर चुनाव लड़े थे। 1985 के विधानसभा चुनाव में चरण सिंह की पार्टी लोकदल के टिकट पर तो 1989 में वीपी सिंह के जनता दल के टिकट पर मुलायम सिंह यादव विधानसभा पहुंचे। 

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1990 में केंद्र में वीपी सिंह की सरकार गिर गई तो मुलायम सिंह चंद्रशेखर की जनता दल (समाजवादी) में शामिल हो गए।अप्रैल 1991 में कांग्रेस ने समर्थन वापस ले लिया तो मुलायम सिंह की सरकार गिर गई। 1991 में यूपी में मध्यावधि चुनाव हुए जिसमें मुलायम सिंह जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े। एक साल बाद 1992 में मुलायम ने समाजवादी पार्टी का गठन किया।

इतनी संपत्ति के मालिक थे मुलायम सिंह

साल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान मुलायम सिंह यादव की ओर से दाखिल हलफनामे में अपनी संपत्ति की जानकारी दी गई थी. उनकी संपत्ति करीब 16.5 करोड़ रुपये थी. इस हलफनामे के मुताबिक तब मुलायम सिंह यादव की संपत्ति 16,52,44,300 रुपये थी. इस अचल संपत्ति के साथ ही उन्होंने बताया था कि उनकी पत्नी साधना यादव की सालानाम कमाई 32.02 लाख रुपये थी.


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