Naziha Salim Google Doodle [Hindi] | गूगल ने आज 23 अप्रैल, 2022 को अपने डूडल के जरिए इराक की चित्रकार नाजिया सलीम को याद किया है, नाजिया सलीम पेशे से एक प्रोफेसर भी थीं. नाजिया ने अपनी कला के जरिए इकार के अंदर गांव में रहने वाली महिलाओं के जीवन को चित्रित किया है. नाजिया की इस प्रतिभा को गूगल आज अपने डूडल पर दर्शाया है. गूगल ने आज के अपने डूडल में एक तस्वीर को दो हिस्सों में दिखाया हैं, जिसमें एक तरफ Naziha Salim को पेंट ब्रश पकड़े देखा जा सकता है वहीं, दूसरी तस्वीर में उनकी पेंटिंग को देखा जा सकता है.
कौन हैं नाजिया सलीम
बता दें कि नाजिया सलीम (Naziha Salim) इराक की मशहूर पेंटर और प्रोफेसर थीं। नाजिया सलीम ने अपनी पेंटिंग के जरिए इराक के गांव की महिलाओं के जीवन को बड़े ही खूबसूरत तरीके से दिखाया है। नाजिया सलीम (Naziha Salim) का जन्म तुर्की के ऐतिहासिक शहर इस्तांबुल में 1927 में हुआ था।
नाजिया सलीम के पिता हाजी मोहम्मद सलीम पेंटर थे और मूल रूप से मोसुल के रहने वाले थे। जन्म के समय नाजिया के पिता तुर्क सेना ऑटोमन आर्मी में अफसर थे। 1920 के दशक में उनका परिवार इस्तांबुल से बगदाद लौट आया। नाजिया चार भाई-बहन थे। नाजिया सलीम का रुझान आर्ट की तरफ छोटी उम्र से ही था।
Naziha Salim Google Doodle [Hindi] | 2003 में नाजिया को मार गया लकवा
नाजिया सलीम (Naziha Salim) की इराक की आर्ट कम्युनिटी में बड़ी भागीदारी थी। उन्होंने कला समूह के फाउंडेशन अल रुवाद की स्थापना की। अल-रुवाद इराकी कलाकारों की कम्युनिटी है, जो विदेशों में इराकी कला को शामिल करता है। बता दें कि 2003 में स्ट्रोक के चलते उन्हें लकवा मार गया था। हालांकि, 5 साल बाद 2008 में 81 साल की उम्र में उन्होंने बगदाद में अंतिम सांस ली। इराक के राष्ट्रपति रहे जलाल तालाबानी ने नाजिया सलीम की मौत पर दुख जताते हुए इसे इराक के लिए बड़ी क्षति बताई थी।
1927 में तुर्की में जन्मी थीं नाजिया सलीम
नाजिया सलीम का जन्म 1927 में तुर्की के इस्तांबुल में इराकी कलाकारों के परिवार में जन्मीं। उनके पिता एक चित्रकार थे और उनकी माँ एक कढ़ाई कलाकार थीं। नाजिया के तीन भाई थे, जो सभी आर्टिस्ट थे। उनके भाइयों में से एक जवाद सलीम को इराक के सबसे प्रभावशाली मूर्तिकारों में से एक माना जाता है। नाजिया अपने भाई बहनों में वो थीं, जिन्होंने फ्रांस के पेरिस में इकोले नेशनेल सुपरियर डेस बीक्स-आर्ट्स में स्कॉलरशिप से पढ़ाई की।
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पेरिस में रहते हुए उन्होंने फ्रेस्को और म्यूरल पेंटिंग में विशेषज्ञता हासिल की। इसी तरह उन्होंने कई साल विदेश में बिताए।
फ्रांस में रहकर की स्टडी, फिर बगदाद आईं
वह इराक की प्रतिष्ठित शिक्षिका बनीं और, फिर रिटायरमेंट तक बगदाद के फाइन आर्ट्स इंस्टिट्यूट में पढ़ाया। सलीम अल-रुवाद के संस्थापक सदस्यों में से एक थी, जो ऐसे कलाकारों का समुदाय है जो विदेशों में अध्ययन करता है और इराकी सौंदर्यशास्त्र में कला तकनीकों में योगदान देता है। नाजिया ने “Iraq: Contemporary Art” पर किताब प्रकाशित की, जो इराक के आधुनिक कला आंदोलन के शुरुआती विकास पर केंद्रित है। आज उनकी कलाकृतियां शारजाह कला संग्रहालय और आधुनिक कला इराकी पुरालेख में देखी जाती हैं।
Naziha Salim Google Doodle [Hindi] | बचपन से ही था शौक पेंटिंग का
गूगल ने अपने डूडल में नाजिया सलीम (नाजीहा सलीम) की कलाकृति के जरिए उन्हें एक तरह से श्रद्धांजलि दी है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, नाजीहा सलीम पेरिस में रहते हुए फ्रेस्को और म्यूरल पेंटिंग में विशेषज्ञता हासिल की थी। उसके बाद वो ऐसी आर्टिस्ट बनीं, जो दुनियाभर में सराही गईं। वह एक ऐसे परिवार से जानी गईं, जहां सभी आर्टिस्ट थे। ऐसा कहा जाता है कि, उन्हें बचपन से ही चित्र छापने बनाने में बहुत आनंद आता था। नाजिया की इसी प्रतिभा को गूगल आज डूडल के रूप में दर्शा रहा है।
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Naziha Salim Google Doodle [Hindi] | नाजिया सलीम की मशहूर रचनाएं
नाजिया सलीम ने 1977 में सारटेक द्वारा पब्लिश किताब हिस्ट्री ऑफ मॉर्डर्न इराकी आर्ट लिखी। नाजिया की ज्यादातर पेंटिंग्स महिलाओं और परिवारों के इर्द-गिर्द होते थे। इनमें ग्रामीण इराकी महिलाएं, किसान महिलाएं, कामकाजी और मजदूर महिलाएं शामिल होती थीं। नाजिया सलीम की मशहूर पेंटिंग्स की बात करें तो इनमें डांसर्स, डेट अननोन, वन नाइट्स ड्रीम और द मार्टिर वाइफ प्रमुख हैं।
नज़ीहा सलीम क्यों प्रसिद्ध हैं? (Why Naziha Salim famous?)
- नाज़ीहा सलीम एक चित्रकार, प्रोफेसर और इराक के समकालीन कला परिदृश्य में सबसे प्रभावशाली कलाकारों में से एक थीं। उनका काम अक्सर बोल्ड ब्रश स्ट्रोक और ज्वलंत रंगों के माध्यम से ग्रामीण इराकी महिलाओं और किसान जीवन को दर्शाता है। इस दिन 2020 में, नाजीहा सलीम को बरजील आर्ट फाउंडेशन द्वारा महिला कलाकारों के अपने संग्रह में स्पॉट किया गया था।
- इस दृश्य को चित्रित करने के लिए, सलीम का जन्म तुर्की में इराकी कलाकारों के परिवार में हुआ था। उनके पिता एक चित्रकार थे और उनकी माँ एक कुशल कढ़ाई कलाकार थीं। उसके तीनों भाइयों ने कला में काम किया, जिसमें जवाद भी शामिल था, जिसे व्यापक रूप से इराक के सबसे प्रभावशाली मूर्तिकारों में से एक माना जाता है। कम उम्र से ही उन्हें अपनी कला बनाने में मज़ा आता था।
- सलीम ने बगदाद ललित कला संस्थान में दाखिला लिया जहां उन्होंने पेंटिंग का अध्ययन किया और स्नातक की उपाधि प्राप्त की। अपनी कड़ी मेहनत और कला के प्रति जुनून के कारण वह उन पहली महिलाओं में से एक थीं जिन्हें पेरिस में इकोले नेशनेल सुप्रीयर डेस बीक्स-आर्ट्स में अपनी शिक्षा जारी रखने के लिए छात्रवृत्ति से सम्मानित किया गया था। पेरिस में रहते हुए, सलीम ने फ्रेस्को और म्यूरल पेंटिंग में विशेषज्ञता हासिल की। स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद, उन्होंने कला और संस्कृति में खुद को विसर्जित करते हुए कई और साल विदेश में बिताए।
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