Rishi Sunak News [Hindi] |: भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री होंगे. इससे पहले पेनी मॉरडॉन्ट (Penny Mordaunt) ने कंजरवेटिव पार्टी की नेता बनने की दौड़ से अपना नाम वापस ले लिया. पूर्व वित्त मंत्री सुनक (42) ने आसानी से जीत हासिल की. कंजरवेटिव पार्टी के 357 सांसदों में से आधे से अधिक सांसदों ने उनका समर्थन किया. पार्टी का नेता बनने के लिए ऋषि सुनक (Rishi Sunak) को कम से कम 100 सांसदों के समर्थन की जरूरत थी.
कौन हैं ऋषि सुनक ?
ऋषि सुनक भारतीय मूल के ब्रिटिश राजनेता हैं. वे साउथेम्पटन में पूर्वी अमेरिका से आए भारतीय माता-पिता की संतान हैं. जन्म 12 मई 1980 को हुआ था. ऋषि सुनक बचपन से ही मेधावी छात्र रहे हैं. उनकी पढ़ाई-लिखाई विनचेस्टर कॉलेज और लिकंन कॉलेज से हुई. ऑक्सफोर्ड से उन्होंने दर्शनशास्त्र, अर्थशास्त्र और राजनीति की पढ़ाई की, और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए किया.
ऋषि सुनक जीवन परिचय | Rishi Sunak Biography In Hindi
नाम (Name) | ऋषि सुनक (Rishi Sunak) |
जन्म तिथि और स्थान (Date Of Birth & Place) | 12 मई 1980 साउथेम्प्टन, इंग्लैंड |
पद | Chancellor of the Exchequer, British Parliament MP |
ब्रिटिश राजकोष के चांसलर | 13 फरवरी 2020 को साजिद वाजिद के बाद |
कोषाध्यक्ष के मुख्य सचिव | 24 जुलाई 2019 से 13 फरवरी 2020 तक |
स्थानीय सरकार के लिए राज्य के संसदीय अवर सचिव | 9 जनवरी 2018 से 24 जुलाई 2019 तक |
रिचमंड (यॉर्क) के लिए सांसद | 7 मई 2015 से अबतक |
राष्ट्रीयता (Nationality) | इंग्लैंड (England) |
Rishi Sunak News [Hindi] | ऋषि सुनक प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
ऋषि सुनक के माता पिता पंजाबी हिंदू है जिनका नाम यशवीर(पिता) और उषा(माता) सुनक है। इनकी मां फार्मासिस्ट थी और पिताजी सामान्य चिकित्सक थे।
ऋषि सुनक ने देश को किया संबोधित
उन्होंने कहा कि यूके एक महान देश है, लेकिन हम एक गहन आर्थिक चुनौती का सामना कर रहे हैं. अब हमें स्थिरता और एकता की आवश्यकता है और मैं अपनी पार्टी और देश को एक साथ लाना अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बनाऊंगा क्योंकि यही एकमात्र तरीका है जिससे हम चुनौतियों से पार पा सकते हैं और अपने बच्चों और नाती-पोतों के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं. मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि मैं ईमानदारी और नम्रता के साथ आपकी सेवा करूंगा.
पाकिस्तान के गुजरांवाला में सुनक के पूर्वजों का जन्म
एक ट्विटर यूजर ने ट्वीट किया, ‘सुनक गुजरांवाला का एक पंजाबी खत्री परिवार से हैं, जो अब पाकिस्तान में है।’ उन्होंने कहा कि ऋषि के दादा रामदास सुनक ने 1935 में गुजरांवाला से चले गए और नैरोबी में क्लर्क की नौकरी शुरू की। उन्होंने कहा कि रामदास की पत्नी सुहाग रानी सुनक 1937 में दिल्ली आई और फिर अपने सास के साथ केन्या चली गई।
Rishi Sunak News [Hindi] | लोगों के बीच सुनक की लोकप्रियता
सुनक की जीत का एक बड़ा कारण उनकी बैंकर की छवि है। बतौर PM ट्रस के विफल रहने का सबसे बड़ा कारण आर्थिक मोर्चे पर विफल रहना था। ब्रिटेन में महंगाई चुनाव का अहम मुद्दा रहा। ब्रिटेन में आर्थिक अस्थिरता भी रही जिसके बाद जॉनसन सरकार में वित्त मंत्री रह चुके सुनक इकोनॉमिक बेल आउट प्लान लाए थे, इसे मिडिल क्लास ने खासा सराहा था और लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता बढ़ गई।
मां के काम में करते थे मदद
12 मई 1980 को ऋषि सुनक का जन्म साउथैम्प्टन जनरल हॉस्पिटल में हुआ. ये यशवीर और ऊषा सुनक की पहली संतान थी. इसके बाद उनके एक भाई और बहन का भी जन्म हुआ. बचपन में ऋषि को पढ़ाई के बाद जब भी समय मिलता था तब वो अपनी मां का हाथ बंटाने के लिए अक्सर उनकी फार्मेसी जाते थे.
■ Also Read | New CJI: जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) के नाम पर राष्ट्रपति ने लगाई मुहर, 9 नवंबर को लेंगे शपथ
वे कई बार स्कूल के बाद कस्टमर को डिलीवरी देने जाते थे और दुकान का हिसाब-किताब देखते थे. इसके अलावा वे अपने परिवार के साथ अक्सर मंदिर जाया करते थे.
कैसे हुई राजनीति की शुरुआत
ऋषि सुनक (Rishi Sunak) साल 2015 में पहली बार यूके की संसद में पहुंचे थे। उन्हें यूके के सबसे अमीर सांसदों में से एक माना जाता है। वह ब्रेग्जिट का समर्थन करते थे, इस वजह से राजनीति में वह तेजी से आगे बढ़ने लगे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री टेरिजा मे की कैबिनेट में जूनियर मिनिस्टर का पद भी संभाला है। वह साल 2019 में बोरिस सरकार में ब्रिटेन के वित्त मंत्री भी रह चुके हैं।
Read in English | Rishi Sunak UK News: Rishi Sunak Might Be the Next British PM
नारायण मूर्ति के दामाद हैं ऋषि सुनक
- ऋषि भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के दामाद हैं।
- ऋषि सुनक के पेरेंट्स पंजाब के रहने वाले थे, जो विदेश में जाकर बस गए।
- सुनक का जन्म ब्रिटेन के हैंपशायर में हुआ था। ऋषि ने अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से MBA किया है।

Rishi Sunak News [Hindi] | ब्रिटेन के पहले हिंदू प्रधानमंत्री
ब्रिटेन के कंजरवेटिव पार्टी के नेता ऋषि सुनक यूनाइटेड किंगडम के पहले हिंदू और अश्वेत प्रधानमंत्री होंगे. ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद की रेस में पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के नाम वापस लेने के बाद ऋषि सुनक की कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व पर काबिज होने की संभावना सोमवार को और प्रबल हो गई थी. यूनाइटेड किंगडम का पीएम चुने जाने के बाद सुनक कंजरवेटिव पार्टी मुख्यालय पहुंचे. जहां उनका अन्य सदस्यों ने जोरदार स्वागत किया.
Rishi Sunak News [Hindi] | ऋषि सुनक के बारे में कुछ खास बातें
- 42 वर्षीय सुनक का जन्म ब्रिटेन के साउथेम्प्टन में एक भारतीय परिवार के यहां हुआ था। उनके दादा-दादी का ताल्लुक पंजाब से था।
- फार्मेसिस्ट मां और डॉक्टर पिता के बेटे सुनक ने इंग्लैंड के सबसे प्रसिद्ध स्कूलों में से एक ‘विनचेस्टर’ से पढ़ाई की है। इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय चले गए। उन्होंने ’गोल्डमैन सैक्स ग्रुप इंक’ में काम किया और बाद में अमेरिका के कैलिफोर्निया में स्थित स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से एमबीए किया। यहीं उनकी मुलाकात अपनी पत्नी अक्षता मूर्ति से हुई, जो इंफोसिस के सह संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी हैं।
- सुनक ने ‘हेज फंड’ (जमा निवेश फंड) प्रबंधक क्रिस होन के ‘टीसीआई फंड मैनेजमेंट’ में लगभग तीन वर्षों तक काम किया और फिर पैट्रिक डीगॉर्स के ‘हेज फंड’ ‘थेलेम पार्टनर्स’ में काम करने लगे।
- उन्होंने अक्षता से 2009 में शादी की और दंपति की दो बेटियां हैं, जिनके नाम कृष्णा और अनुष्का हैं।
- सुनक 2015 में रिचमंड, यॉर्कशायर से संसद सदस्य बने।
- उन्होंने संसद में भगवद् गीता पर सांसद के रूप में शपथ ली।
- फरवरी 2020 में उन्हें ब्रिटेन के कैबिनेट के सबसे महत्वपूर्ण पद, ‘चांसलर ऑफ एक्सचेकर’ यानी वित्त मंत्री नियुक्त किया गया।
- बोरिस जॉनसन के नेतृत्व वाली सरकार में वित्त मंत्री के तौर पर उन्होंने डाउनिंग स्ट्रीट के अपने आवास पर दिवाली पर दीए जलाए। वह शराब का सेवन नहीं करते हैं।
- वह अक्सर अपनी विरासत के बारे में बात करते हैं और बताते हैं कि कैसे उनके परिवार ने उन्हें मूल्यों और संस्कृति के बारे में याद दिलाया।
- जब बोरिस जॉनसन ने कोविड-19 महामारी के कारण पहली बार राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया, तो सुनक ने लाखों नौकरियां बचाने के लिए एक व्यापक राहत पैकेज तैयार किया था।
- जॉनसन के करीबी माने जाने वाले सुनक पूर्व प्रधानमंत्री के व्यक्तित्व से ठीक विपरीत शख्सियत प्रतीत होते रहे।
- सुनक के जब सितारे चमक रहे थे, तब ब्रिटेन की पत्रिकाएं उन्हें ‘डिशी ऋषि’ यानी ‘आकर्षक ऋषि’ कहता थीं। मगर उनकी पत्नी अक्षता की कर स्थिति और दौलत के साथ-साथ ‘पार्टीगेट’ कांड में उनका नाम आने और लाखों लोगों के लिए कर बढ़ाने के सुनक के कदम की कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों द्वारा आलोचना ने उनकी स्थिति बदली और उन्हें ‘फिशी ऋषि’ यानी ‘संदिग्ध ऋषि’ कहा जाने लगा।
- सुनक दंपति की वित्तीय स्थिति हाल ही में जांच के दायरे में तब आई, जब यह पता चला कि अक्षता अब भी भारतीय नागरिक हैं और उनकी ब्रिटेन में गैर-अधिवासित स्थिति है। इस वजह से उन्हें विदेशी कमाई पर यहां कर नहीं देना पड़ता है और वह भारत वापस जाने की योजना बना रही हैं। अक्षता के गैर-अधिवासी होने की वजह से वह इंफोसिस के शेयर से मिलने वाले लाभांश पर लगभग दो करोड़ पाउंड का कर बचा पाईं।
- इस साल प्रधानमंत्री पद के लिए प्रचार के दौरान सुनक को कई मोर्चों पर आलोचना का सामना करना पड़ा, जिनमें आलीशान घर, महंगे कपड़े और जूते शामिल थे।
- सुनक की कुल संपत्ति 70 करोड़ पाउंड की है। यॉर्कशायर में एक आलीशान बंगले के अलावा, सुनक और उनकी पत्नी अक्षता के पास मध्य लंदन के केंसिंग्टन में और एक संपत्ति है।
क्यों लिज ट्रस को देना पड़ा था इस्तीफा?
महज 45 दिन तक सत्ता में रहीं लिज सबसे कम समय तक पीएम पद पर रहने वालीं ब्रिटेन की पीएम बनीं। ट्रस टैक्स कटौती का चुनाव वादा करके ही सितंबर की शुरुआत में पीएम बनीं थीं। हालांकि जब 23 सितंबर को वह मिनी बजट लाईं तो उसमें किए गए प्रावधानों ने वित्तीय बाजार में ऐसी हलचल मचाई कि ट्रस को वित्ती मंत्री को ही बर्खास्त करना पड़ा।
ट्रस ने 6 सितंबर को पीएम पद संभाला था और 23 सितंबर को उनके वित्त मंत्री क्वासी क्वारतेंग जो मिनी बजट लाए, उसमें 45 अरब की टैक्स कटौती की बात कही गई। अमीरों के लिए टैक्स में 45% तक की कटौती की गई जबकि गरीबों के लिए कुछ खास नहीं था। इससे आगामी हफ्तों में वित्तीय बाजार में अस्थिरता आ गई।
लोकप्रियता में बोरिस जॉन्सन से भी आगे
कई सर्वे में सामने आया है कि सुनक को लोग जॉनसन से ज्यादा पसंद करते हैं. रिएक्शन वेबसाइट के मुताबिक, कंजर्वेटिव पार्टी के नेताओं में भी सुनक पसंद किए जाते हैं. ऐसे में, वो ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री के तौर पर एक दमदार उम्मीदवार बन कर उभर रहे हैं.
Leave a Reply